सीमा पर बढ़ी सतर्कता, जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन सिंदूर के तहत चल रहे सटीक सैन्य अभियान अभी भी जारी हैं। स्वतंत्रता दिवस के मद्देनज़र सेना ने LoC (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर गश्त और निगरानी को और मजबूत कर दिया है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं, ताकि किसी भी घुसपैठ की कोशिश को तुरंत नाकाम किया जा सके।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और नई रणनीति
ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियों के ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया है, जिससे दुश्मन के मंसूबों को गहरा झटका लगा। अब सेना नई प्लानिंग के साथ आगे बढ़ रही है, जिसमें आधुनिक तकनीक, ड्रोन सर्विलांस और इंटेलिजेंस नेटवर्क को और मजबूत किया जा रहा है।
स्वतंत्रता दिवस से पहले बढ़ी तैयारी
15 अगस्त को लेकर सीमा पर अलर्ट लेवल हाई है। सेना की प्लानिंग में शामिल हैं:
- सीमा पर अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती।
- हाई-टेक निगरानी उपकरणों का इस्तेमाल।
- घने जंगलों और कठिन इलाकों में लगातार तलाशी अभियान।
- LoC पर रियल-टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग।
पाकिस्तान को मिलेगा जवाब
सेना का स्पष्ट संदेश है कि LoC पर किसी भी तरह की उकसाने वाली कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ या आतंक फैलाने की किसी भी कोशिश को सर्जिकल स्ट्राइक जैसी त्वरित कार्रवाई से रोका जाएगा।
निष्कर्ष: ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना की यह नई रणनीति दिखाती है कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह तैयार है। आधुनिक तकनीक और तेज़ प्रतिक्रिया क्षमता के साथ आतंक के खिलाफ यह जंग और भी प्रभावी हो गई है।
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