Operation Shivshakti: Operation Mahadev के बाद भारतीय सेना की दूसरी बड़ी स्ट्राइक, 2 आतंकियों को किया ढेर

Operation Mahadev की सफलता के बाद, जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों ने एक और निर्णायक कार्रवाई को अंजाम दिया है जिसे नाम दिया गया है Operation Shivshakti। इस ऑपरेशन के दौरान कुपवाड़ा जिले के घने जंगलों में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। यह मिशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की आक्रामक नीति की अगली कड़ी के रूप में देखा जा रहा है, जो यह दर्शाता है कि अब कोई भी आतंकी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

ऑपरेशन की जानकारी और घटनाक्रम

ऑपरेशन शिवशक्ति दो दिन तक चला और इसमें सेना की स्पेशल फोर्सेस, जम्मू-कश्मीर पुलिस और खुफिया एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई शामिल थी। ड्रोन सर्विलांस, नाइट विजन कैमरा और थर्मल इमेजिंग जैसे अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से आतंकियों को ट्रैक किया गया। ऑपरेशन के दौरान फायरिंग में दोनों आतंकी मारे गए। इनके पास से एके-47, हैंड ग्रेनेड, पाकिस्तानी ID कार्ड और रणनीतिक नक्शे बरामद किए गए हैं।

Operation Mahadev और Operation Shivshakti में क्या संबंध है?

यह ऑपरेशन ऑपरेशन महादेव की ही तर्ज़ पर शुरू किया गया है। शिवशक्ति नाम, एक ओर जहां हिन्दू संस्कृति में ऊर्जा और संकल्प का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर यह इस संदेश को देता है कि देश अब नरम नीति नहीं, बल्कि आक्रामक आत्मरक्षा को अपनाएगा। महादेव विनाश के देवता हैं और शिवशक्ति उनकी पूर्णता इन दोनों ऑपरेशनों के नाम केवल सैन्य नहीं, सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक भी हैं।

Operation Shivshakti

ऑपरेशन का नामस्थानआतंकियों की संख्याबरामद सामग्रीरणनीति
ऑपरेशन शिवशक्तिकुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर2 मारे गएAK-47, नक्शे, पाक IDड्रोन, नाइट ऑप्स

यह टेबल बताता है कि ऑपरेशन कितनी बारीकी से योजनाबद्ध था और किस तरह आधुनिक तकनीक के साथ पारंपरिक आंतरिक समर्पण को मिलाकर अंजाम दिया गया।

निष्कर्ष: Operation Shivshakti सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि देश के आत्मबल और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। इस ऑपरेशन से स्पष्ट है कि भारत अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की नीति पर काम कर रहा है। महादेव के बाद शिवशक्ति — यह क्रम आतंक के अंत तक जारी रहेगा।

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